मौसम शायरी हिन्दी मे | 499+ BEST Mausam Shayari in Hindi

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=> 01 - टॉप Mausam Shayari in Hindi With Images


ये दिसम्बर तो बातोँ का मौसम था।

दुआ करो कि जनवरी बांहोँ का मौसम हो।।


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ये सुहाना मौसम, ये हल्की हवायें. फरवरी आ रही हैं।

बोलो, पट रहे हो तुम या हम किसी और को पटाये।।


*


बरसता, भीगता मौसम है कमज़ोरी मेरी लेकिन,

मैं ये रिमझिम, घटा, बादल तुम्हारे नाम करता हूँ।।


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कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना।

मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी।



हम कि रूठी हुई रुत को भी मना लेते थे।

हम ने देखा ही न था मौसम-ए-हिज्राँ जानाँ।।


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जब जब आता है यह बरसात का मौसम,

तेरी याद होती है साथ हरदम।

इस मौसम में नहीं करेंगे याद तुझे यह सोचा है हमने,

पर फिर सोचा की बारिश को कैसे रोक पाएंगे हम।।


*


लो बदल गया मौसम।

हूबहू तुम्हारी तरह।।


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क्यूँ किसी की यादों को सोच कर रोया जाए,

क्यूँ किसी के ख्यालों में यूँ खोया जाए।

बाहर मौसम बहुत ख़राब हैं,

क्यूँ न रजाई तानकर सोया जाए।।



धूप भी खुल के कुछ नहीं कहती ,

रात ढलती नहीं थम जाती है।

सर्द मौसम की एक दिक्कत है ,

याद तक जम के बैठ जाती है।।


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कहानी बस इतनी सी थी तेरी मेरी मोहब्बत की।

मौसम की तरह तुम बदल गए

और फसल की तरह हम बरबाद हो गए।।


=> 02 - Mausam Shayari Gulzar


उसे छुआ तो दिसम्बर में प्यास लगने लगी।

कि उसके ज़िस्म का मौसम तो जून जैसा है।।


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क्यों आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी,

सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा।।


*


वाह मौसम आज तेरी अदा पर

दिल को प्यार आ गया, वो पास आई,

और तू बारिश बनकर बरस गया।।


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हमें क्या पता था, ये मौसम यूँ रो पड़ेगा।

हमने तो आसमां को बस अपनी दास्ताँ सुनाई है।।



बदला जो रंग उसने हैरत हुयी मुझे।

मौसम को भी मात दे गयी फ़ितरत जनाब की।।


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रंग पैराहन का खुश्बू जुल्फ लहराने का नाम।

मौसम-ए-गुल है तुम्हारे बाम पर आने का नाम।।


*


बालकनी से बाहर आकर कर देखो ये जानेजाना।

मौसम तुम से मेरे दिल की बात कहने आया है।।


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मौसम इस कदर खुमारी मे है।

मेरा शहर भी शिमला होने की तैयारी में है।।



मौसम अच्छा हो गया है,

लगता है मेरी जिंदगी में

तुम आने वाले हो।।


-


इससे पहले कहीं रूठ न जाएँ मौसम अपने।

धड़कते हुए अरमानों एक सुरमई शाम दे दें।।


=> 03 - मौसम का शायरी


सर्द मौसम में छनी हुयी धुप सी लगते हो।

कोई बादल हरे मौसम का फ़िर ऐलान करता है।।


-


वही पर्दा, वही खिड़की, वही मौसम, वही आहट।

शरारत है, शरारत है, शरारत है, शरारत है।


*


जुदाई की रुतों में सूरतें धुंधलाने लगती हैं,

सो ऐसे मौसमों में आइना देखा नहीं करते।।


-


शहर में बिखरी हुई हैं, ज़ख्म-ए-दिल की खुशबुएँ,

ऐसा लगता है के दीवानों का मौसम आ गया।।



टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है।

ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीँ होता।।


-


अच्छा सुनो तुम अपना जरा ध्यान रखना,

अभी मौसम बीमारी का भी हैं और इश्क का भी।।


*


साहिल. रेत. समंदर लहरें बस्ती .जंगल सहरा दरिया

खुशबू मौसम फूल दरीचे बादल सूरज चाँद सितारे

आज ये सब कुछ नाम तुम्हारे।।


-


उदास ज़िन्दगी, उदास वक्त, उदास मौसम।

कितनी चीज़ों पे इल्ज़ाम लग जाता है तेरे बात न करने से।।



उदास ज़िन्दगी, उदास वक्त, उदास मौसम।

कितनी चीज़ों पे इल्ज़ाम लग जाता है तेरे बात न करने से।।


-


कोई मौसम हो दिल-गुलिस्ताँ में।

आरज़ू के गुलाब ताज़ा हैं।।


=> 04 - सुहाना मौसम शायरी


बाहर के मौसम से यूँ भी बेखबर होया न कर,

किसी की यादों में यूँ भी दिन-रात खोया न कर.


-


हँसाना नहीं बस रुलाना जनता है

हाय ये गर्मी का मौसम बस … जलाना जानता है


*


एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरबाई भी।

ऐसा तो कम ही होता है वो भी हो तन्हाई भी।।


-


प्यार के मौसम में जीवन बीत जाएँ,

तो वो जिंदगी सबसे खूबसूरत है,

एक तरफ़ा प्यार में जीवन बीत जाएँ,

वो भी जिन्दगी हसीन है,

मगर जिसको किसी से प्यार नही है,

उसके जीना ही बेकार है.



गर्मी के मौसम का भी एक पल आता है

जिसमे आधे कपड़े और ठंडे पानी का नल भाता है


-


कुछ दर्द कुछ नमी कुछ बातें जुदाई की।

गुजर गया ख्यालों से तेरी याद का मौसम।।


*


मौसम का मजा तो गरीब लेते है,

अमीरों को गर्मी, सर्दी और

बरसात के मौसम का पता ही

कहाँ चलता है.


-


गर्मी वाले मौसमी मज़े

ठंडे पानी से नहाने का मजा

ठंडी कुल्फी को खाने का मज़ा

निम्बू पानी को बनाने का मज़ा

भरी गर्मी में बत्ती जाने का मज़ा



दर्द दर्द में कोई मौसम प्यारा नही होता,

दिल हो प्यासा तो पानी से गुजारा नही होता,

कोई देखे तो हमारी बेबसी,

हम सभी के हो जाते हैं ,

पर कोई हमारा नही होता।।


-


मौसम बदलता है तुम भी बदल गये,

ये नये जमाने का इश्क़ है हम भी बदल गये.


=> 05 - बारिश मौसम शायरी


ऊपर से तो सूरज की गर्मी ने सता रखा है

नीचे इस लड़की की अग्नि ने जला रखा है


-


प्यार करने का मौसम नहीं आता हैं,

पर जब तुम सामने आते हो, तो हर

मौसम मजेदार बन जाता हैं।।


*


बरसात के मौसम में खुद को भिगा दें,

दिल बहुत रोया है, आखों को भी रूला दें.


-


बगल वाली भाभी को देख कर कहता है

मौसम को रंगीन बना रखा है

फिगर को हसीन बना रखा है

जी चाहता है पा लूँ तुझे म आज

पर क्या करूं बीवी ने पति से ज्यादा

मशीन बना रखा है।



वाह मौसम तेरी वफा पे आज दिल खुश हो गया,,

याद-ए-यार मुझे आयी और बरस तू पड़ा


-


लोग कहते है कि –

दिन छोटा होता है तब रातें लम्बी हो जाती है,

मैं कहता हूँ कि –

जब दिल टूटता है तब रातें लम्बी हो जाती है.


*


इस मौसम से सब परेशान है

नाक में झरना और झरने पर रुमाल

ये सब इसी मौसम की तो पहचान है


-


मंजर भी बेनूर थे

और फिजायें भी बेरंग थी,

तुम्हारी याद आयी और

मौसम सुहाना हो गया।।



इस मौसम ने सबको सताया है

जो भीगा नहीं था …..

आज उसको भी भिगाया है

कीचड़ में भिगाया है

नाले में बहाया है

इस मौसम ने सबको नचाया है


-


इसमें मौसम का क्या कसूर है,

जब मेरी चाहत ही मुझसे दूर है.


=> 06 - बदलता मौसम शायरी


अरे बारिश का मौसम भी कुछ बता रहा है

खुले बाल कर उनका यूँ मेरी तरफ चले आना

ओह अरे……. मुझे शता रहा है।


-


उदास जिन्दगी लगती है,

उदास वक़्त लगता है,

उदास ये मौसम लगता है,

जब उदास तू लगता है.


*


जब से तेरे ख़याल का, मौसम हुआ है दोस्त

दुनिया की धूप-छाँव से आगे निकल गये।।


-


जब बेवफाई का मौसम आता है,

बात करने का लहजा बदल जाता है.


^


जब बेवफाई का मौसम आता है,

बात करने का लहजा बदल जाता है.


-


तेरी जुल्फों के साये में कई मौसम गुजरे है

हम तो मर ही गए थे …..

लेकिन जिए तेरे उस मौसम के सहारे है


*


तेरी जुल्फों के साये में कई मौसम गुजरे है

हम तो मर ही गए थे …..

लेकिन जिए तेरे उस मौसम के सहारे है


-


सर्द मौसम में आग लगाया ना करों,

बाजार में जुल्फों को लहराया ना करों.


^


आज मौसम भी बड़ी बेईमानी कर रहा है

खुद तो अच्छे से देख रहा है उन्हें

पर म देखूं

तो परेशानी कर रहा है।


-


कब तलक दिल में जगह दोगे हवा के ख़ौफ़ को।

बादबाँ खोलो कि मौसम का इशारा हो चुका।।


=> 07 - सावन के मौसम पर शायरी


जब इंसान की फितरत बदल रही हो तो

ये जरुरी नहीं की इंसान बदल गया,

हो सकता है बाहर का मौसम बदल रहा हो।।


-


जो मजा आपके इन्तजार में है,

वो कहाँ मौसम-ए-बहार में है.


*


मौसमी रंग भी कितना रंगीन होता है

ठहरता है बस कुछ वक्त के लिए

पर फिर भी ये मौसम हसीन होता है


-


ये बारिश का मौसम, और तुम्हारी याद।

चलो फिर मिलते है ,एक कप चाय के साथ।।


^


दूर जाकर भी मुझे तुम कितना सताते हो,

इस सर्द मौसम में तुम बहुत याद आते हो.


-


दिल खुश हो जाता था जिसके मुस्कुराने से,

ये मौसम बेरंग हो गया है उसके छोड़ जाने से.


*


तेरे चेहरे को देख दिल में सवाल होता है

तेरी जुल्फों से भी हाय….. क्या कमाल होता है

गलों से भी दिल में बवाल होता है

पर तेर दिल को देख मुझको मलाल होता है


-


छु कर निकलती है जो हवाएँ तेरे चेहरे को,

सारे शहर का मौसम गुलाबी हो जाता है।।


^


मेरे दिल को तोड़कर तू मिलने का बहाना न कर,

दर्द हमने बहुत सहे है, इस मौसम को सुहाना न कर.


-


जाते मौसम से ज़बान पूछती

कल फिर इसी अंदाज में लोट आओगे ना

थोड़ा जल्दी नहीं पर देर से भी आ जाओगे ना

थोड़ी मुश्किल होगी पर फिर चले आओगे ना

अब कुछ बोल दो कल फिर से लोट आओगे ना


=> 08 - सुहाना मौसम Quotes in Hindi


शहर देखकर ही अब हवा चला करती है।

अब इंसान की तरह होशियार मौसम होते हैं।।


-


जिसे भीगने का डर होता है,

वो बारिश का मजा कहाँ ले पाता है,

जिसे बिछड़ने का डर होता है,

वो सच्चा इश्क़ कहाँ कर पाता है.


*


जिसे भीगने का डर होता है,

वो बारिश का मजा कहाँ ले पाता है,

जिसे बिछड़ने का डर होता है,

वो सच्चा इश्क़ कहाँ कर पाता है.


-


उस को भला कोई कैसे गुलाब दे।

जिसके आने से बारिश का मौसम और गुलाबी हो जाता है।।


^


इन्सान हमेशा शिकायत करता है,

कि ये मौसम अच्छा नही होता है,

वो मौसम अच्छा होता है, लेकिन

जब इंसान मेहनत करता है और

सफलता मिलती है तब हर मौसम

अच्छा और रंगीन लगता है.


-


इस सुहाने मौसम का थोड़ा एहतराम तो कर ले

घर तेरे आयें है थोड़ा इंतजाम तो कर ले

इन झूठी बातों पर थोड़ा लगाम तू कर ले

सोचेगा क्या इतना अरे ……..

इंतजाम तो कर ले।


*


रिमझिम बरस पड़े हो तुम तो फुहार बन के

आया है अब तो मौसम कैसा खुमार बन के

मेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बन के।।


-


तेरे तसव्वुर की धूप ओढ़े खड़ा हूँ छत पर।

मिरे लिए सर्दियों का मौसम ज़रा अलग है।


^


महबूब के बिना हर मौसम उदास सा लगता है,

महबूब हो पास तो हर मौसम ख़ास सा लगता है.


-


कुछ अपना अंदाज है,

कुछ मौसम रंगीन है,

तारीफ करूँ या चुप रहूँ

जुर्म दोनो ही संगीन है.


=> 09 - मौसम शायरी रेख़्ता


मौसम शायराना अंदाज में कहता है

तेरी जुल्फों की लहरहाट देख

दिल मेरा यूँ डग मगा सा गया है

तेरी नशीली आँखों का जहर

इस दिल में समा सा गया है

तेरी करीबियों का ये आलम

दिल घबरा सा गया है

कहना चाहते थे कुछ बाते

हाय …… मन शर्मा सा गया है


-


दिल की बाते कौन जाने,

मेरे हालात को कौन जाने,

बस बारिश का मौसम है।

पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने,

मेरी प्यास का एहसास कौन जाने?


*


दिल की बाते कौन जाने,

मेरे हालात को कौन जाने,

बस बारिश का मौसम है।

पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने,

मेरी प्यास का एहसास कौन जाने?


-


हर किसी के जीवन में एक ऐसा वक़्त आता है,

जिसे दिल से चाहों वो मौसम की तरह बदल जाता है.


^


चांद का इशारा है चाँदनी मौसम आपका नहीं बस ये सिर्फ हमारा है।


-


आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया

ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया।

बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से

लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।।


*


आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया

ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया।

बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से

लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।।


-


तब्दीली जब आती है मौसम की अदाओं में,

किसी का यूँ बदल जाना बहुत ही याद आता है।।


^


जो उन मासूम आँखों ने दिए थे

वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ


-


सर्दी में दिन सर्द मिला

हर मौसम बेदर्द मिला


=> 10 - मौसम पर गजल


मौसम की मिसाल दूँ या तुम्हारी

कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं।।


-


इस हसीं शाम ने मौसम बना रखा है

वैसे पीता तो नहीं पर फिर भी …….

नशा पूरा चढ़ा रखा है।


*


इस हसीं शाम ने मौसम बना रखा है

वैसे पीता तो नहीं पर फिर भी …….

नशा पूरा चढ़ा रखा है।


-


दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था,

इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था.


^


हँसाना नहीं बस रुलाना जानता है

ये मौसम भी ना बस औरों को फसाना जानता है।


-


बहुत ही सर्द है अब के दयार-ए-शौक़ का मौसम,

चलो गुज़रे दिनों की राख में चिंगारियाँ ढूँडें।।


*


कुछ तो मौसम-ए-हवा भी सर्द थी कुछ था तेरा ख्याल भी,

दिल को खुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी।।


-


किसने कहा इश्क़ बेवफा होता है,

किसने कहा इश्क़ सजा देता है,

किसी के इश्क़ में पूरी तरह डूब कर देखो

उसकी यादों का मौसम भी मजा देता है


^


मस्त मौसम दिल में बहार लता है

बिछड़े हुआ जोड़े को फिर से मिलता है


-


मौसम भी है सुहाना, बारिश भी हो रही है,

बस एक कमी है तेरा मुझसे गले लग जाना।।




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