हमसफर शायरी हिन्दी मे | 499+ BEST Humsafar Shayari in Hindi
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=> 01 - टॉप Humsafar Shayari in Hindi With Images
मेरे साथ जुगनू है हमसफ़र मगर इस शरर की बिसात क्या,
ये चराग़ कोई चराग़ है न जला हुआ न बुझा हुआ
मेरे रास्ते मेरी मंजिलें मेरे हमसफ़र मेरे हमनशीं
मुझे लूट कर सभी चल दिए, मेरे पास कुछ भी बचा नहीं.
मेरे हमसफ़र मेरे पास आ, मुझे शोहरतें का कोई काम नहीं||
जो तू मुझे मिल जाये तो ,मुझे किसी बात की हया न हो|||
इतनी अकेली क्यों है ये ज़िंदगी
कोई हमसफ़र क्यों नहीं साथ मेरे
तुम भी दो क़दम साथ चल
छोड़ गए बीच मँझधार
अब कटेगी ये ज़िंदगी किसकेसहारे
*
खुबसूरत बात ये, चार पल का साथ ये
सारी उम्र मुझको को रहेगा याद
मैं अकेला था मगर, बन गयी वो हमसफ़र, वो मेरे साथ हो गयी..
जो उड़ाते थे मेरे सफर का मजाक
रफ्ता रफ्ता मेरे हमसफर हो गए
मेरे मरने पर किसी को ज्यादा फर्क नहीं होगा,
बस तन्हाई रोएगी कि मेरा हमसफ़र चला गया !
हमसफ़र साथ-साथ चलते हैं
रास्ते तो बेवफ़ा बदलते हैं
आपका चेहरा है जब से मेरे दिल में
जाने क्यों लोग मेरे दिल से जलते हैं
जो अपने हमसफ़र थे दुबारा नहीं मिले,
*
हमसफ़र साथ-साथ चलते हैं
रास्ते तो बेवफ़ा बदलते हैं
आपका चेहरा है जब से मेरे दिल में
जाने क्यों लोग मेरे दिल से जलते हैं
जो अपने हमसफ़र थे दुबारा नहीं मिले,
राह के हमसफ़र ऐ मेरे साथिया,
ख्वाब में तुम सदा आते जाते रहें!
जिंदगी जंग है,कण्टकाकीर्ण पथ,
शूल या फूल तुम मुस्कुराते रहे ! !
फिर नींद से उठकर इधर उधर देखते है तुम्हे
क्यों ख्वाबों में मेरे इतने करीब चले आते हो तुम
बातें मंज़िलों की तू न कर मुझसे,
है हमसफ़र… तो मेरे साथ आ !!
अगर हमसफ़र साथ देने वाला हो,
तो रास्ते कितने भी मुश्किल भरे हो,
ज़िन्दगी का सफर खूबसूरत हो ही जाता है.
=> 02 - Humsafar Shayari in Urdu
अगर हमसफ़र साथ देने वाला हो,
तो रास्ते कितने भी मुश्किल भरे हो,
ज़िन्दगी का सफर खूबसूरत हो ही जाता है.
आज तुझसे नही शायद खुद से ही मेरी रुसवाई है
तुझसे करके प्यार मैने जिंदगी में पाई सिर्फ तन्हाई है
दामन छुड़ा के प्यार का मेरे तूने अपनी दुनियां बसाई है
मैने समझा तुझे हमसफर अपना तू निकला हरजाई है
*
एक ही मंजिल है उनकी‚
एक ही है रास्ता, क्या सबब फिर
हमसफ़र से हमसफ़र लड़ने लगे
मेरे साथ रिशता निभाओगे क्या ?
कहो ना ,मेरे साथ आओगे क्या ?
हमें आरज़ू है तुम्हारे साथ की
मुझे हमसफ़र तुम बनाओगे क्या ?
मेरा कोई घर या ठिकाना नहीं
मेरे साथ घर बसाओगे क्या ?
सुना है तुम्हें सिर्फ झूठे ही मिले
मुझे एक दफ़ा आजमाओगे क्या ?
मेरे हमसफर मेरे हमनवां,बस सिर्फ दो कदम मेरे साथ चल
ये इल्तिज़ा तो तू मेरी मान ही ले,ऐसा न हो मैं हो जाऊं कल
हमनवां-मित्र इल्तिज़ा-अनुरोध
बस सफर हमारा है, बाकी सफर के हिस्से है जो,
साथ चले वो हमसफर जो छुट गए वो किस्से है.
*
तू हमसफ़र, तू हम डगर, तू हमराज, नजर आता है,
मेरी अधूरी सी जिंदगी का.. ख्वाब नजर आता है,
कैसी उदास है जिंदगी तेरे बिन हर लम्हा,
मेरे हर लम्हे में तेरा अहसास नजर आता है!
उम्र भर का पसीना उसकी गोद मे सुख जायेगा,
हमसफर क्या चीज है ये बुढापे मे समझ आयेगा.
सुन मेरे हमसफ़र
क्या तुझे इतनी सी भी खबर
की तेरी साँसे चलती जिधर
रहूँगा बस वही उम्र भर
रहूँगा बस वही उम्र भर हाय
-
मिल गया होगा कोई गज़ब का हमसफर,
वरना मेरा यार यूं बदलने वाला ना था.
=> 03 - जीवनसाथी शायरी
किसी राह में, किसी मोड़ पर
चल न देना मुझको तू छोड़कर
मेरे हमसफर, मेरे हमसफर,
मेरे हमसफर, मेरे हमसफर
-
सामने मंजिल थी और पीछे उसका वजूद क्या करते हम भी यारों,
रुकते तो सफर रह जाता चले तो हमसफर रह जाता.
*
जो ब-जाहिर हमसे सदियों की मुसाफ़त-बर रहे,
हम उन्हें हर शाम अपना हमसफ़र देखा किये
-
उन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे,
मुझे रोक रोक पूछा तेरा हमसफर कहाँ है.
सच्चा हमसफ़र चेहरे का नहीं,
दिल का दीवाना होता है.
-
हम नादां थे जो उन्हें हमसफ़र समझ बैठे,
वो चलते थे मेरे साथ पर किसी और की तलाश में.
*
रात तनहाईयों की दुश्मन है
हर सफ़र हमसफ़र से रोशन है,
मौज के पास जो किनारा है
वो किनारा हसीन लगता है
-निदा फ़ाजली
-
हमसफ़र खूबसूरत हो या ना हो,
लेकिन सच्चा होना चाहिए.
ना तो कारवाँ की तलाश है, ना तो हमसफ़र की तलाश है
मेरे शौक़-ए-खाना खराब को, तेरी रहगुज़र की तलाश है
साहिर
-
हमसफ़र मेरे हमसफ़र पंख तुम परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम साज़ की आवाज़ हम
मुझे छोड़ दे मेरे हाल पर तेरा क्या भरोसा ए हमसफ़र,
तेरी यु प्यार करने की अदा, कहीं मेरा दर्द और न बढ़ा दे.
=> 04 - मेरा सफर अच्छा है लेकिन मेरा हमसफ़र उससे भी अच्छा है
उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है,
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है!
-
मुद्दतों के बाद कोई हमसफर अच्छा लगा,
गुफ़्तगु अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छा लगा.
*
अकेला छोड़ने वालों को ये बताए कोई
कि हम तो राह को भी हमसफ़र समझते हैं -सऊद उस्मानी
-
शाम आई तो बिछुड़े हुए हमसफ़र
आंसुओं से इन आंखों में आने लगे।
आंखें मंज़र हुई, काम नग़्मा हुए
घर के अन्दाज़ ही घर से जाते रहे।
रुस्वाई ज़िंदगी का मुकद्दर हो गयी,
मेरे दिल भी पत्थर हो गया,
जिसे रात दिन पाने के ख्वाब देखे,
वो बेवफा किसी और की हमसफर हो गई.
-
रुस्वाई ज़िंदगी का मुकद्दर हो गयी,
मेरे दिल भी पत्थर हो गया,
जिसे रात दिन पाने के ख्वाब देखे,
वो बेवफा किसी और की हमसफर हो गई.
*
गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार है
तुझी पर मिटूंगा ये इकरार है
तू इतना समझ ले मेरे हमसफ़र
तेरे प्यार से मेरा संसार है
-
तू हमसफ़र तू हमडगर तू हमराज नज़र आता है……
मेरी अधूरी सी जिंदगी का ख्वाब नज़र आता है…..
कैसी उदास है जिंदगी… बिन तेरे… हर लम्हा,
मेरे हर लम्हे में…. तेरी मौजूदगी का अहसास नज़र आता है।
शाम आयी तो बिछड़े हुए हमसफ़र,
आंसुओं से इन आंखों में आके रहे,
हर मुसाफिर है तन्हा-तन्हा क्यों,
एक-एक हमसफ़र से पूछते हैं.
-
जिंदगीकी राहों में मुस्कुराते रहो हमेशा
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं हमसफर न
=> 05 - हमसफर शायरी रेख़्ता
जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।
-
हमसफर बन गए हमनवा बन
तुम मेरे आसमां मेरी जमीन बन गए
*
अब इस के बाद घने जंगलो की मंजिल है,
ये वक़्त है के पलट जाएँ हमसफ़र मेरे.
-
बातें तो हर कोई समझ लेता है
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे
ज़िन्दगी से मेरी आदत नहीं मिलती
मुझे जीने की सूरत नहीं मिलती
कोई मेरा भी कभी हमसफ़र होता
मुझे ही क्यूँ मुहब्बत नहीं मिलती ।
-
फिरते हैं कब से दरबदर अब इस नगर अब उस नगर
एक दूसरे के हमसफ़र, मैं और मेरी आवारगी
*
जिंदगी की राहो में मिलेंगे तुम्हें हजारों हमसफर
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे वह मुलाकात हु मैं
-
दर्द की दास्ताँ अभी बाकी है,
महोबत का इम्तेहान अभी बाकी है,
दिल करे तो फिर से वफ़ा करने आ जाना,
दिल ही तो टुटा है, जान अभी बाकी है..
ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो,
तेरे चाहने वाले हमसफ़र तेरे हरदम करीब हों,
कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम,
कि तेरी हर दुआ, हर ख्वाहिश कबूल हो।
-
ये सितम की रात हैं ढलने को है अन्धेरा गम को पिघलने को है,
ज़रा देर इस में लगे अगर ना उदास हो मेरे हमसफ़र.
=> 06 - साथ निभाने की शायरी
हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश है
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनो
-
मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नहीं जाती,
हमसफ़र मिलने से दोस्ती मिटाई नहीं जाती,
दोस्त की कमी हर पल रहती है यार,
दूरियों से दोस्ती छुपाई नहीं जाती।
*
आप जैसा हँसी हमसफ़र हो अगर,
जा रहे हैं कहाँ सोचता कौन है?
-
राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली हमसफर भी तुम ही हो.
^
एक हमसफ़र हो बिल्कुल आईने जैसा
जो हंसे भी साथ और रोए भी साथ !
-
गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार है
तुझी पर मिटूंगा ये इकरार है
तू इतना समझ ले मेरे हमसफ़र
तेरे प्यार से मेरा संसार है!
*
क़यामत है कि होवे मुद्दई
का हम-सफ़र ग़ालिब
वो काफ़िर जो ख़ुदा को भी न
सौंपा जाए है मुझ से!
-
रौनक आ गई है
मेरे जीवन में यहां वहां
तुम सा कोई हमसफ़र
नहीं होगा कहाँ!
^
जिंदगी की राहों में मुस्कुराते रहो हमेशा
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं
हमसफर नहीं!
-
हमसफर बन गए हमनवा बन
तुम मेरे आसमां मेरी जमीन बन गए !
=> 07 - हमसफर शायरी फोटो
तुझे क्या ख़बर मेरे हमसफ़र
मेरा मरहला कोई और है
मुझे मंज़िलों से गुरेज़ है
मेरा रास्ता कोई और है!
-
आप हो हमसफ़र
इसलिए सुहाना
लग रहा है हर सफर!
*
बातें तो हर कोई समझ लेता है
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे!
-
अगर सुकूँ चाहिए इस लम्हा-ए-मौजूद में भी
आओ इस लम्हा-ए-मौजूद से बाहर
निकलें !
^
अगर सुकूँ चाहिए इस लम्हा-ए-मौजूद में भी
आओ इस लम्हा-ए-मौजूद से बाहर
निकलें !
-
मेरे बाद किसी और को हमसफ़र बनाकर
देख लेना
तेरी ही धड़कन कहेगी कि उसकी वफ़ा में
कुछ और ही बात थी!
*
जुस्तुजू खोए हुओं की उम्र भर करते रहे
चाँद के हमराह हम हर
शब सफ़र करते रहे!
-
मुझे मोहब्बत हैं तेरे नाम से
तू मेरा सदीयों का ख्वाब हैं
मैं अब अलफ़ाज़ कहाँ से लाऊँ
वल्लाह मेरा हमसफ़र लाजवाब हैं!
^
जिंदगी की राहो में मिलेंगे
तुम्हें हजारों हमसफर
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे
वह मुलाकात हु मैं!
-
जिंदगी की राहो में मिलेंगे
तुम्हें हजारों हमसफर
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे
वह मुलाकात हु मैं!
=> 08 - हमसफ़र खूबसूरत नहीं सच्चा होना चाहिए
हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश है
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनो!
-
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा !
*
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा !
-
कुछ तो हवा भी सर्द थी
कुछ था तिरा ख़याल भी
दिल को ख़ुशी के साथ साथ
होता रहा मलाल भी!
^
सच में प्यार में तभी दर्द होता है
जब साथी अच्छा ना मिले!
-
जो ब-जाहिर हमसे सदियों की मुसाफ़त-
बर रहे हम उन्हें हर शाम अपना हमसफ़र
देखा किये!
*
कितनी खूबसूरत सी
लगने लगती है जिंदगी
जब कोई तुम्हारे पास आके
घुटनों के बल तुमसे पूछे
क्या तुम मुझसे शादी करोगी।
-
अब वक्त भी कह रहा है मुझे अपनी
हमसफर से मिलवाओ
तुम किसी का प्यार पाओ और किसी पर
प्यार लुटाओ!
^
ज़िन्दगी से मेरी आदत नहीं मिलती
मुझे जीने की सूरत नहीं मिलती
कोई मेरा भी कभी हमसफ़र होता
मुझे ही क्यूँ मोहब्बत नहीं मिलती!
-
तुम्हे हक़ है अपनी ज़िंदगी जैसे चाहे जियो
तुम
बस ज़रा एक पलक लिए सोचना मेरी
ज़िंदगी हो तुम!
=> 09 - हमसफर कैसा होना चाहिए
जो उम्र भर साथ निभाए वही हमसफर
होता है वरना लोग साथ जीने-मरने की
कसमें बिना सोचे खा लेते हैं!
-
अब इस के बाद घने जंगलो की मंजिल है
ये वक़्त है के पलट जाएँ हमसफ़र मेरे!
*
ना मेरा कभी रूठना
और ना कभी तेरा मनाना
ही हम दोनों को मोहब्बत
को कम कर गया!
-
हमसफर अच्छा हो तो दिल हौसला नहीं
हारता है उसका साथ हमें हर मुश्किल से
उबारता है!
^
हमसफर अच्छा हो तो दिल हौसला नहीं
हारता है उसका साथ हमें हर मुश्किल से
उबारता है!
-
दो पलना मेरा कभी रूठना
और ना कभी तेरा मनाना
ही हम दोनों को मोहब्बत
को कम कर गया जिन्दगी है
आ हँस बोल के काट लें।
*
अपने हमसफर का ध्यान रखना चाहिए
क्योंकि प्यार के बदले हीं प्यार मिलता है!
-
बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर
बनकर!
^
जो उड़ाते थे मेरे सफर का मजाक रफ्ता रफ्ता
मेरे हमसफर हो गए!
-
एक हमसफर को दूसरे की कद्र करनी
चाहिए क्योंकि यही प्यार का आधार है!
=> 10 - Humsafar Shayari 2 Line
पहले कुछ दूर तक साथ चलके परख
फिर मेरे हमसफ़र मुझे हमसफ़र बोलना!
-
जीने के लिए जान जरुरी हैं
हमारे लिए तो आप जरुरी हैं
मेरे चेहरे पे चाहे गम हो
आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी हैं!
*
उसके आने से घर में रौनक आ गई है
वो पगली अब सांसों में समा गई है!
-
जिंदगी की राहों मे मिलेंगे तुम्हें हजारों
हमसफर लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे
वह मुलाकात हु मैं!
^
मेरी जिंदगी मै खुशियां तेरे बहाने से है
आधी तुझे सताने से है आधी तुझे मनाने
से है।
-
सुन मेरे हमसफर मुझे तुझसे ज्यादा कोई
अजीज नहीं
लोग हैं कई लेकिन तुझसे ज्यादा कोई मेरे
करीब नहीं!
*
बातें तो हर कोई समझ लेता है हमसफर
ऐसा हो जो खामोशी भी समझे!
-
रूठना मत कभी हमें मनाना नहीं आता
दूर नहीं जाना हमें बुलाना नहीं आता तुम
भूल जाओ हमें यह तुम्हारी मर्ज़ी है हम
क्या करें हमें भुलाना नहीं आता।
^
रहे जिंदगी में यह कहानी सभी की है
हमराज कोई और है हमसफर कौई और है!
-
रूठना अगर तुम्हारी आदत है
तो तुम्हें मनाना मेरा कर्तव्य है
तुम हजा़र बार रूठोगी
तो मैं लाखों बार मनाऊंगा !
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